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“देखें-जाँचें-अपनाएं” सिद्धांत पर आधारित खेती के अनुभव को करेंगे साझा

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संयुक्त कृषि निदेशक एल0 बी0 यादव ने 24 नवम्बर, 2025 तक राष्ट्रसन्त तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय (RTMNU), नागपुर महाराष्ट्र आयोजित होने वाले एग्रो विजन कार्यक्रम में जनपद से जैविक/प्राकृतिक खेती के 10 अग्रणी कृषकों को कार्यक्रम में प्रतिभाग हेतु देर रात बस को झंडी दिखाकर रवाना किया।

किसानों को रवाना करने से पूर्व संयुक्त कृषि निदेशक एल0बी0 यादव ने कहा कि ऑर्गेनिक खेती समय की मांग है व यह पूरी तरह जैविक है। इसे कम लागत आधारित प्राकृतिक खेती भी कहते हैं। इससे मिट्टी की भौतिक संरचना में सुधार, उपलब्ध जीवाणुओं की संख्या में वृद्धि, स्वस्थ वातावरण का निर्माण, स्वस्थ कृषि उत्पाद की उपलब्धता व प्राकृतिक संसाधनों का संवर्धन होता है। इसमें कार्यक्रम के दौरान जो सीख दी जाए उसे गंभीरता से आत्मसात करें और अपने अन्य कृषकों को साझा करें।

संयुक्त कृषि निर्देशक एल0 बी0 यादव ने आयोजित होने वाले एग्रो विजन कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि कार्यक्रम में देश भर से हजारों किसान, खेती से जुड़े प्रोफेशनल, पॉलिसी बनाने वाले, इनोवेटर और स्टेक होल्डर हिस्सा लेंगे। खेती में बदलाव-किसानों को मजबूत बनाना कार्यक्रम का थीम होगा। एग्रो विजन, 2025 में हाई-इम्पैक्ट वर्कशॉप, लेटेस्ट टेक्नोलॉजी की एग्जिविट और किसानो के लिए मार्केट एक्सेस और ट्रेड लिंकेज बढ़ाने के मौके होंगे। उन्होंने जनपद से जा रहे कृषकों को सुझाव दिया कि कार्यक्रम को संवेदनशील और गंभीरता से आत्मसात करें ताकि नवाचारों की जानकारी प्राप्त कर जनपद के किसानों को भी लाभान्वित किया जा सके।

दल में अग्रणी कृषक आत्मा राम, गुंजीलाल, वीर सिंह सहित उप निदेशक उद्यान विनय यादव, धर्मेंद्र प्रताप सिंह, अनिल कुमार, विषय वस्तु विशेषज्ञ दीपक कुमार कुशवाहा एवं ईश एग्रीटेक के प्रतिनिधि शामिल रहे।

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